दिलीप सी. मंडल की मीडिया सलाहकार पद पर नियुक्ति रूक गई है?
ख़बर है कि ओबीसी, दलित, पिछड़ा चिंतक और पत्रकार दिलीप सी. मंडल की सूचना और प्रसारण मंत्रालय में मीडिया सलाहकार के तौर पर नियुक्ति रोक दी गई?
इसके पीछे एक पुराने ट्वीट को वजह बताया जा रहा है। ख़ुद को एक्स वैरीफाइड प्रोफाइल में दैनिक भास्कर का राजनीतिक संपादक बताने वाले के पी मलिक ने सूत्रों के हवाले से अपनी पोस्ट में ये बताया है कि एक पुराने पोस्ट जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की गई थी, इसकी मुख्य वजह है।
Dilip C, Mondal
चार दिन पूर्व ही सोशल मीडिया यह खबर फैल गई थी कि इंडिया टुडे के भूतपूर्व सम्पादक और पिछड़े समुदायों के पक्ष में लगातार लिखने वाले मंडल की नियुक्ति सूचना और प्रसारण मंत्रालय में मीडिया सलाहकार के तौर पर हुई है। इस खबर के फैल जाने पर मंडल की कटु आलोचना हो रही थी और उन्हें सुविधावादी और समझौतावादी होने के तमगे दिए जा रहे थे। भारत के सोशल मीडिया में मंडल एक जाना पहचाना नाम है और उन्हें सामाजिक, राजनैतिक विषयों में चुभते हुए सोशल पोस्ट के लिए जाना जाता है। पिछड़े समुदायों में मंडल को एक उम्दा Social Influencer माना जाता है। यह निर्विवाद रहा है कि उनके पोस्ट के कारण दलित पिछड़ों को कई बार सामाजिक और आर्थिक रूप से लाभ मिला है और इसका मुख्य कारण उनके तीन लाख से अधिक फोलोवर होने को जाता है। उनके पोस्ट को लाखों बार शेयर करके उसे करोड़ों लोगों तक पहुँचा कर सामाजिक और राजनैतिक दबाव बनाया जाता रहा है। संस्कृत भाषा पर लिखी गई उनकी यहाँ नीचे दी गई है।
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